भारत का विदेशी मुद्रा बाजार पिछले चार वर्षों में दोगुना
- 21 Apr 2025
20 अप्रैल 2025 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने 24वें FIMMDA-PDAI वार्षिक सम्मेलन में बताया कि भारत का विदेशी मुद्रा (फॉरेक्स) बाजार पिछले चार वर्षों में लगभग दोगुना होकर 32 बिलियन डॉलर से बढ़कर 60 बिलियन डॉलर हो गया है।
प्रमुख तथ्य और आंकड़े:
- फॉरेक्स बाजार का विस्तार: 2020 में 32 बिलियन डॉलर का फॉरेक्स बाजार 2024 में 60 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो आर्थिक विकास में वित्तीय बाजारों की मजबूती और गतिशीलता को दर्शाता है।
- ओवरनाइट मनी मार्केट वॉल्यूम: ओवरनाइट मनी मार्केट में औसत दैनिक लेनदेन की मात्रा ₹3 लाख करोड़ से बढ़कर ₹5.4 लाख करोड़ हो गई है।
- सरकारी प्रतिभूतियों का कारोबार: सरकारी प्रतिभूतियों के बाजार में भी औसत दैनिक वॉल्यूम में 40% की वृद्धि हुई है, जो अब ₹66,000 करोड़ तक पहुंच गया है।
- बाजार की पारदर्शिता: RBI गवर्नर ने कहा कि भारतीय वित्तीय बाजारों की पारदर्शिता विश्व के सर्वोत्तम मानकों के अनुरूप है, और हालिया नियामक सुधारों से उत्पादों और प्रतिभागियों की विविधता बढ़ी है।
- आंतरिक और बाह्य बाजारों का समन्वय: ऑनशोर और ऑफशोर बाजारों के बीच घनिष्ठ समन्वय हुआ है, जिससे भारत के वित्तीय बाजारों की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ी है।
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