वित्तीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय कार्यनीति 2020-2025
- 25 Aug 2020
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 20 अगस्त, 2020 को 'वित्तीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय कार्यनीति 2020-2025' (NSFE) जारी की गई।
उद्देश्य: आर्थिक रूप से जागरूक और सशक्त भारत बनाना।
प्रमुख कार्यनीतिक उद्देश्य: वित्तीय शिक्षा के माध्यम से जनसंख्या के विभिन्न वर्गों के बीच वित्तीय साक्षरता की अवधारणा को एक महत्वपूर्ण जीवन कौशल बनाना;
- सक्रिय बचत व्यवहार को प्रोत्साहित करना; वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने हेतु वित्तीय बाजारों में भागीदारी को प्रोत्साहित करना;
- क्रेडिट अनुशासन विकसित करना और आवश्यकतानुसार औपचारिक वित्तीय संस्थानों से क्रेडिट प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना;
- सावधानी और सुरक्षित तरीके से डिजिटल वित्तीय सेवाओं के उपयोग में सुधार करना; तथा प्रासंगिक और उपयुक्त बीमा कवर के माध्यम से जोखिम का प्रबंधन करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: कार्यनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए वित्तीय शिक्षा के प्रसार हेतु '5 C' (Content, Capacity, Community, Communication and Collaboration) दृष्टिकोण को अपनाने की सिफारिश की गई है।
- स्कूलों, कॉलेजों और प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों में पाठ्यक्रम सहित प्रासंगिक 'सामग्री' (Content) का विकास;
- वित्तीय सेवाएं प्रदान करने में शामिल मध्यवर्ती संस्थाओं के बीच 'क्षमता' (Capacity) विकास;
- समुचित 'संचार' (Communication) कार्यनीति के माध्यम से वित्तीय साक्षरता के लिए 'सामुदायिक' (Community) नेतृत्व वाले मॉडल के सकारात्मक प्रभाव का लाभ उठाना;
- विभिन्न हितधारकों के बीच 'सहयोग' (Collaboration) को बढ़ाना।
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