भारत भूकंप आपदा की तैयारियां सुदृढ़
- 14 Feb 2025
13 फरवरी, 2025 को, विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने राज्यसभा को भारत में भूकंप की तैयारियों और आपदा प्रबंधन के लिए सरकार के व्यापक दृष्टिकोण के बारे में जानकारी दी।
मुख्य बिंदु:
- महत्वपूर्ण प्रगति: भारत ने भूकंप की तैयारियों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है, विशेष रूप से गुजरात, उत्तराखंड और हिमालयी क्षेत्र जैसे उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में।
- भूकंपीय वेधशालाओं की संख्या: 2014 में 80 से बढ़कर 2025 में 168 भूकंपीय वेधशालाओं की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे भूकंप की निगरानी और शीघ्र चेतावनी क्षमताओं में काफी सुधार हुआ है।
- भवन संहिता प्रवर्तन: यह मानते हुए कि भारत के लगभग 59-60% भौगोलिक क्षेत्र भूकंपों से प्रभावित है, भवन संहिताओं के प्रवर्तन को प्राथमिकता दी जा रही है। ।
- सार्वजनिक जागरूकता: दूरदर्शन पर "आपदा का सामना" जैसी पहलें, मॉक ड्रिल और "होमओनर्स गाइड फॉर अर्थक्वेक एंड साइक्लोन सेफ्टी" भूकंप सुरक्षा उपायों के बारे में जनता को शिक्षित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- उत्तर पूर्व भारत पर ध्यान: सरकार ने 3.0 और उससे अधिक तीव्रता की भूकंपीय गतिविधियों की निगरानी के लिए नए भूकंपीय वेधशालाओं की स्थापना के साथ पूर्वोत्तर भारत में आपदा प्रतिरोध को प्राथमिकता दी है।
- तकनीकी प्रगति: पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत 'मिशन मौसम' और अंतरिक्ष स्टार्टअप्स के लिए ₹1,000 करोड़ का आवंटन आपदा प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर सरकार के ध्यान को दर्शाता है।
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