घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण (HCES) 2023-24
- 31 Jan 2025
30 जनवरी, 2025 को, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण (HCES) 2023-24 की विस्तृत रिपोर्ट जारी की। यह सर्वेक्षण भारत में घरेलू उपभोग पैटर्न, गरीबी और असमानता पर महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करता है।
प्रमुख निष्कर्ष:
- बढ़ता हुआ उपभोग: 2022-23 की तुलना में 2023-24 में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में औसत मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय (MPCE) में वृद्धि हुई।
- शहरी-ग्रामीण अंतराल में कमी: शहरी और ग्रामीण MPCE के बीच का अंतर लगातार कम हो रहा है, जो 2022-23 में 71% से घटकर 2023-24 में 70% हो गया है।
- असमानता में कमी: अधिकांश राज्यों में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में गिनी गुणांक द्वारा मापी गई उपभोग असमानता में कमी आई है।
- खाद्य व्यय: खाद्य पदार्थों का घरेलू व्यय में महत्वपूर्ण हिस्सा रहा, जिसमें पेय पदार्थ, जलपान और संसाधित खाद्य पदार्थों का ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सबसे बड़ा हिस्सा रहा।
- सामाजिक समूह भिन्नताएं: औसत MPCE विभिन्न सामाजिक समूहों में काफी भिन्न-भिन्न रहा, जिसमें "अन्य" (संभवतः उच्च सामाजिक-आर्थिक समूह) का MPCE सबसे अधिक रहा।
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