पुणे में गिलियन-बैरे सिंड्रोम के मामले में वृद्धि
- 27 Jan 2025
26 जनवरी 2025 तक पुणे में गिलियन-बैरे सिंड्रोम (GBS), एक दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल विकार, के मामले 101 तक पहुंच गए। सोलापुर से एक संदिग्ध GBS मौत की भी सूचना मिली है, जिसमें प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार मरीज ने पुणे में संक्रमण प्राप्त किया और बाद में सोलापुर गया।
मामले और आंकड़े
- 101 मरीज विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं, जिनमें से 16 वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।
- संक्रमितों में 68 पुरुष और 33 महिलाएं शामिल हैं।
गुइलेन-बर्रे सिंड्रोम
- गुइलेन-बर्रे सिंड्रोम (जीबीएस) एक दुर्लभ तंत्रिका संबंधी विकार है जो मांसपेशियों में कमजोरी और पक्षाघात का कारण बनता है । यह तब होता है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली परिधीय तंत्रिका तंत्र पर हमला करती है।
लक्षण
- पैरों से शुरू होकर शरीर के ऊपरी हिस्से तक फैलने वाली कमज़ोरी ।
- हाथों और पैरों में झुनझुनी, सुन्नता या सुइयों जैसी चुभन महसूस होना।
- गंभीर दर्द जो पीड़ादायक, चुभने वाला या ऐंठन जैसा हो सकता है।
कारण
- जीबीएस अक्सर वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण, जैसे कि फ्लू, डायरिया या श्वसन संक्रमण के कारण होता है।
रोग का निदान
- रिकवरी लंबी हो सकती है, इसमें कई महीने या साल लग सकते हैं।
- कुछ लोगों में कमज़ोरी, सुन्नता या थकान जैसे स्थायी प्रभाव हो सकते हैं।
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