पार्किंसन रोग हेतु नैनो-फॉर्मूलेशन संभावित उपचार
- 03 Jan 2025
2 जनवरी 2025 को, ACS एप्लाइड मैटेरियल्स एंड इंटरफेस जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार मेलेटोनिन का नैनो-फॉर्मूलेशन, जो अंधेरे में मस्तिष्क द्वारा उत्पन्न हार्मोन है, पार्किंसन रोग (PD) के लिए एक चिकित्सीय समाधान के रूप में कार्य कर सकता है। यह शोध इंस्टीट्यूट ऑफ नैनो साइंस एंड टेक्नोलॉजी (INST) मोहाली की एक टीम द्वारा किया गया था।
मुख्य बिंदु :
- चिकित्सीय संभावनाएँ: नैनो-फॉर्मूलेशन मेलेटोनिन ने बेहतर एंटीऑक्सीडेटिव और न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण प्रदर्शित किए, जो इसे पार्किंसन रोग के उपचार के लिए संभावित बनाते हैं।
- पार्किंसन रोग का पृष्ठभूमि: PD एक सामान्य न्यूरोलॉजिकल विकार है, जिसमें डोपामाइन स्रावित न्यूरॉन्स समाप्त हो जाता है, जो सायन्यूक्लीन प्रोटीन के संचय के कारण होती है। वर्तमान दवाएँ केवल लक्षणों को कम करती हैं, लेकिन रोग का इलाज नहीं करतीं।
- शोध निष्कर्ष: अध्ययन में पाया गया कि नैनो-मेलेटोनिन ने माइटोफैजी (दोषपूर्ण माइटोकॉन्ड्रिया को हटाने की प्रक्रिया) और माइटोकॉन्ड्रियल बायोजेनेसिस में सुधार किया, जो PD मॉडल में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- क्रियाविधि: बढ़ी हुई एंटीऑक्सीडेटिव प्रभावों को BMI1 नामक एक एपिजेनेटिक रेगुलेटर की अपरेगुलेशन से जोड़ा गया, जो जीन अभिव्यक्ति को नियंत्रित करता है और माइटोफैजी को प्रेरित करता है, जिससे न्यूरॉन्स को अपघटन से बचाने में मदद मिलती है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे