आईआईटी-बॉम्बे द्वारा दर्द रहित इंजेक्शन विकसित
- 28 Dec 2024
सन्दर्भ: 27 दिसंबर, 2024 को, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे के शोधकर्ताओं की एक टीम ने एक सुई रहित सिरिंज विकसित करने की घोषणा की जो दवाओं को शारीर में पहुंचाने के लिए शॉक वेव्स का उपयोग करती है, इसमें अधिक दर्द रहित इंजेक्शन का उपयोग किया जाता है।
मुख्य तथ्य:
- सुई रहित तकनीक: शॉक सिरिंज शरीर के अंदर दवाओं को पहुंचाने के लिए उच्च-ऊर्जा दबाव तरंगों (शॉक वेव्स) का उपयोग करती है, जिससे पारंपरिक सुइयों की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
- कार्य तंत्र: डिवाइस तीन खंडों: ड्राइवर, संचालित और दवा धारक के साथ एक माइक्रो शॉक ट्यूब को नियोजित करता है। दबावयुक्त नाइट्रोजन गैस दवा के एक माइक्रोजेट को उत्पन्न करती है जो बहुत तेज गति से प्रवाहित होती है और त्वचा के अंदर प्रवेश करती है।
- दर्द रहित वितरण: तीव्र और कोमल वितरण प्रक्रिया ऊतक क्षति को कम करती है और रोगी आराम महसूस करता है।
- संभावित लाभ: शॉक सिरिंज में टीकाकरण अभियानों को तेज और अधिक कुशल बनाकर उन्हें सुधारने की क्षमता है। यह सुई-छिद्रण चोटों और संबंधित रक्त-जनित रोगों के जोखिम को भी काफी कम कर सकता है।
- टिकाऊ उपयोग : शॉक सिरिंज को कई उपयोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे यह समय के साथ लागत-प्रभावी हो जाता है।
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