चालू खाता घाटा दूसरी तिमाही में मध्यम स्तर पर
- 28 Dec 2024
सन्दर्भ: 27 दिसंबर, 2024 को, भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने भुगतान संतुलन (BoP) के प्रारंभिक आँकड़े जारी किए, जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही (दूसरी तिमाही ) में भारत का चालू खाता घाटा (CAD) मामूली रूप से घटकर $11.2 बिलियन हो गया।
मुख्य तथ्य:
- दूसरी तिमाही सीएडी: 2024-25 की दूसरी तिमाही में सीएडी $11.2 बिलियन था, जो सकल घरेलू उत्पाद का 1.2% था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में $11.3 बिलियन (सकल घरेलू उत्पाद का 1.3%) से मामूली कम था।
- माल व्यापार घाटा बढ़ा: दूसरी तिमाही 2024-25 में माल व्यापार घाटा बढ़कर $75.3 बिलियन हो गया, जो दूसरी तिमाही 2023-24 में $64.5 बिलियन था।
- सेवा निर्यात वृद्धि: दूसरी तिमाही 2024-25 में शुद्ध सेवा प्राप्तियां बढ़कर $44.5 बिलियन हो गईं, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में $39.9 बिलियन थीं।
- एफपीआई प्रवाह: विदेशी पोर्टफोलियो निवेश से शुद्ध प्रवाह दूसरी तिमाही 2024-25 में बढ़कर $19.9 बिलियन हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में $4.9 बिलियन था।
- तीसरीतिमाही के लिए पूर्वानुमान: अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि तीसरीतिमाही 2024-25 में नवंबर 2024 में रिकॉर्ड उच्च व्यापार घाटे के कारण सीएडी में 2.5-2.7% सकल घरेलू उत्पाद की उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
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