भारत वैश्विक रेमिटेंस की दृष्टि विश्व में शीर्ष पर
- 25 Dec 2024
24 दिसंबर, 2024 को, विश्व बैंक से प्राप्त एक सुचना के अनुसार भारत ने 2024 में रिकॉर्ड उच्च $129.1 बिलियन रेमिटेंस (धन प्रेषण) प्राप्त किए, जो वैश्विक रेमिटेंस का 14.3% है -यह 21वीं सदी में किसी भी देश के लिए सबसे अधिक हिस्सा है।
वैशिक रेमिटेंस : मुख्य बिंदु
- भारत अग्रणी है: भारत रेमिटेंस प्राप्ति में विश्व के अन्य सभी देशों से आगे निकल गया, जो मेक्सिको (7.5%) और चीन (5.3%) से काफी अधिक है।
- रेमिटेंस का महत्व: रेमिटेंस कई विकासशील देशों की अर्थव्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे घरों के लिए आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत प्रदान करते हैं, जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। नेपाल और ताजिकिस्तान जैसे कुछ देशों में, रेमिटेंस जीडीपी के 25% से अधिक का योगदान करते हैं।
- रेमिटेंस बनाम अन्य प्रवाह: निम्न- और मध्यम-आय वाले देशों को प्राप्त होने वाले रेमिटेंस विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) और आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) सहित बाहरी वित्त के अन्य स्रोतों से आगे निकल गए हैं।
- चीन का घटता हिस्सा: हाल के वर्षों में वैश्विक रेमिटेंस में चीन का हिस्सा काफी कम हो गया है, जिसका श्रेय बढ़ती आर्थिक समृद्धि और बढ़ती उम्र की आबादी जैसे कारकों को दिया जाता है।
- भारत का निरंतर उच्च प्रदर्शन: 2000 के बाद से वैश्विक रेमिटेंस में भारत का हिस्सा लगातार उच्च रहा है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था का समर्थन करने में विदेशी भारतीय श्रमिकों की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है।
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