आर्कटिक टुंड्रा द्वारा कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि
- 18 Dec 2024
अमेरिकी राष्ट्रीय महासागरीय एवं वायुमंडलीय प्रशासन (National Oceanic and Atmospheric Administration , NOAA) द्वारा जरी एक रिपोर्ट के अनुसार, आर्कटिक टुंड्रा, जो हजारों वर्षों से कार्बन का भंडारण करता रहा था, अब ग्रीनहाउस गैसों (GHGs) का स्रोत बन गया है। यह गैसें वैश्विक तापमान वृद्धि का मुख्य कारण हैं।
प्रमुख कारण:
- उच्च तापमान: आर्कटिक क्षेत्र वैश्विक दर से चार गुना तेजी से गर्म हो रहा है। 2024 में यह दूसरा सबसे गर्म वर्ष रहा। तापमान वृद्धि से पर्माफ्रॉस्ट पिघल रहा है, जिससे CO2 और मीथेन (CH4) उत्सर्जित हो रहे हैं।
- जंगल की आग: हाल के वर्षों में आर्कटिक में जंगल की आग की तीव्रता और आवृत्ति बढ़ गई है। 2023 जंगल की आग का सबसे खराब वर्ष था, और 2024 दूसरे स्थान पर रहा।
- कार्बन चक्र: सामान्य परिस्थितियों में, पौधे और जीव CO2 को अवशोषित और उत्सर्जित करते हैं, जिससे कार्बन चक्र संतुलित रहता है। लेकिन पर्माफ्रॉस्ट के पिघलने से यह संतुलन बिगड़ गया है।
वैश्विक परिणाम:
- आर्कटिक टुंड्रा का कार्बन उत्सर्जन जलवायु परिवर्तन को बढ़ा रहा है, जिसका प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ता है।
- यह स्थिति हजारों वर्षों में पहली बार हो रही है।
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