रेलवे सुरक्षा के लिए ड्रोन आधारित निगरानी प्रणाली
- 19 Aug 2020
अगस्त 2020 में भारतीय रेलवे ने रेलवे सुरक्षा के लिए ड्रोन आधारित निगरानी प्रणाली की शुरुआत की है।
उद्देश्य: तैनात सुरक्षा कर्मियों की प्रभावशीलता में वृद्धि करना और उन्हें सहायता प्रदान करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: भारतीय रेलवे में मध्य रेलवे के मुंबई डिवीजन ने रेलवे परिसर, रेलवे ट्रैक सेक्शन, यार्ड, वर्कशॉप आदि जैसे रेलवे क्षेत्रों में बेहतर सुरक्षा और निगरानी के लिए दो निंजा यूएवी की खरीद की है।
- ये ड्रोन रियल टाइम निगरानी, वीडियो स्ट्रीमिंग में सक्षम हैं और इन्हें स्वचालित विफल सुरक्षित मोड (automatic fail safe mode) पर संचालित किया जा सकता है, जिससे यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
- इसका उपयोग रेलवे परिसर में ‘आपराधिक और असामाजिक गतिविधियों’ जैसे जुआ खेलने, कचरा फेंकने और फेरी लगाने वालों आदि पर निगरानी रखने तथा ‘ट्रेन के सुरक्षित परिचालन’ के लिए डेटा संग्रह के लिए भी किया जा सकता है।
- ड्रोन को आपदा स्थलों पर विभिन्न एजेंसियों के प्रयासों में समन्वय के लिए राहत और बचाव कार्यों, रिकवरी और पुनर्निर्माण जैसी सेवाओं तथा भीड़ को नियंत्रित करने हेतु उपयोग किया जा सकता है।
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