लाओ रामायण
- 11 Oct 2024
10 अक्टूबर, 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21वें आसियान-भारत और 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए लाओस की दो दिवसीय यात्रा की।
- इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘लुआंग प्राबांग के प्रतिष्ठित रॉयल थिएटर’ (Royal Theatre of Luang Prabang) द्वारा प्रस्तुत “लाओ रामायण”( Lao Ramayan) की एक शृंखला देखी।
- रामायण देखने से पहले प्रधानमंत्री ने लाओ पीडीआर के सेंट्रल बुद्धिस्ट्स फैलोशिप ऑर्गनाइजेशन (Central Buddhist Fellowship Organization of Lao PDR) के वरिष्ठ बौद्ध भिक्षुओं द्वारा एक आशीर्वाद समारोह में भाग लिया।
- इस समारोह का नेतृत्व वियनतियाने में सी साकेत (Si Saket) मंदिर के श्रद्धेय मठाधीश परम आदरणीय महावेथ मसेनई ने किया।
- लाओ रामायण को “फलक फलम या फ्रा लक फ्रा राम”( Phalak Phalam or Phra Lak Phra Ram) भी कहा जाता है।
- यह महाकाव्य दोनों देशों के बीच साझा विरासत और सदियों पुरानी सभ्यता के संबंध को दर्शाता है।
- भारतीय संस्कृति और परंपरा के कई पहलुओं को सदियों से लाओस में संरक्षित किया गया है।
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण लाओस में वाट फू मंदिर और संबंधित स्मारकों के जीर्णोद्धार में शामिल है।
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