जिंजी किला, यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल टैग के लिए नामित
- 03 Oct 2024
27 सितंबर, 2024 को 'इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स' (ICOMOS) के एक विशेषज्ञ ने तमिलनाडु में विल्लुपुरम जिले के जिंजी किले (Gingee Fort) का दौरा किया, जिसे केंद्र सरकार ने मराठा सैन्य परिदृश्य के 11 अन्य किलों के साथ 'वर्ष 2024-25 के लिए यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल टैग' के लिए नामित किया है।
- भारत के मराठा सैन्य परिदृश्य में विविध भौगोलिक क्षेत्रों में फैले 12 स्थल शामिल हैं, और उनमें से 11 स्थल महाराष्ट्र में हैं; विल्लुपुरम में स्थित जिंजी किला विश्व धरोहर स्थल के टैग के लिए तमिलनाडु का एकमात्र स्थल है।
- यह किला तीन पहाड़ियों - राजगिरि, कृष्णगिरि और चंद्रगिरि पर स्थित है।
- इसे "पूर्व का ट्रॉय" (Troy of the East) भी कहा जाता है, क्योंकि यह प्रायद्वीपीय भारत के सबसे अभेद्य किलों में से एक था।
- इसने सदियों तक लगातार साम्राज्यों के उत्थान और पतन को देखा।
- 1200 ई. में कोनार राजवंश के अनंत कोन द्वारा निर्मित इस किले का स्वामित्व कई बार बदला।
- यह कई साम्राज्यों के कब्जे में रहा, जैसे विजयनगर नायक, मराठा, मुगल, नवाब, फ्रांसीसी और ब्रिटिश।
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