ड्रेज्ड सेडिमेंट्स के मूल्यवर्धन पर शोध प्रस्ताव को मंजूरी

  • 16 Jul 2024

13 जुलाई, 2024 को पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) ने ‘ड्रेज्ड सेडिमेंट्स के मूल्यवर्धन’ (Valorization of Dredged Sediments) पर एक शोध प्रस्ताव को मंजूरी दी।

  • ड्रेज्ड सेडिमेंट्स (झीलों, नदियों, बंदरगाहों और अन्य जल निकायों के तलछट में जमा गाद, अपशिष्ट आदि) के मूल्यवर्धन से आशय सिविल इंजीनियरिंग व अन्य प्रयोजनों के लिए कच्चे माल के रूप में इस तलछट के पुनः उपयोग करने से है।
  • इस शोध परियोजना को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे (IIT Bombay) द्वारा 3 वर्षों की अवधि में क्रियान्वित किया जाएगा।
  • इस शोध का प्राथमिक उद्देश्य ड्रेज्ड सेडिमेंट्स को विभिन्न निर्माण क्षेत्रों में इस्तेमाल के योग्य बनाकर उसका मूल्यवर्धन करना है।
  • इस नवोन्मेषी दृष्टिकोण का लक्ष्य ड्रेज्ड सेडिमेंट्स, जिसे आमतौर पर अपशिष्ट माना जाता है, को एक मूल्यवान संसाधन में परिवर्तित करना है, ताकि इससे सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण में योगदान मिल सके।
  • ड्रेज्ड सेडिमेंट्स को उपयोगी निर्माण वस्तुओं में बदलकर पर्यावरण संबंधी समस्याओं का निदान और संसाधनों का कुशलतापूर्वक उपयोग सुनिश्चित किया जा सकता है।
  • यह प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव को कम करने और अपशिष्ट को खत्म करने का एक स्थायी समाधान हो सकता है।