ग्रेट इंडियन बस्टर्ड और लेसर फ्लोरिकन
- 02 Jul 2024
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) ने हाल ही में ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (GIB) और लेसर फ्लोरिकन के संरक्षण के अगले चरण के लिए 56 करोड़ रुपये की मंजूरी दी।
- ग्रेट इंडियन बस्टर्ड और लेसर फ्लोरिकन की दीर्घकालिक रिकवरी के लिए यह संरक्षण कार्यक्रम 2016 से चल रहा है।
- अब तक, लगभग 140 ग्रेट इंडियन बस्टर्ड और 1,000 से कम लेसर फ्लोरिकन जंगल में जीवित बचे हैं।
- इस कार्यक्रम को भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है और अगला चरण 2024 से 2033 तक प्रस्तावित है।
- इस कार्यक्रम में इन-सीटू संरक्षण, संरक्षण प्रजनन केंद्र का निर्माण पूरा करना और आवास विकास सहित अन्य चीजें शामिल हैं।
- ग्रेट इंडियन बस्टर्ड भारत में पाई जाने वाली चार बस्टर्ड प्रजातियों में सबसे बड़ी है। अन्य तीन मैकक्वीन बस्टर्ड , लेसर फ्लोरिकन और बंगाल फ्लोरिकन हैं।
- लेसर फ्लोरिकन (सिफियोटाइड्स इंडिकस) बस्टर्ड परिवार का सबसे छोटा पक्षी है।
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