जनवरी-मार्च 2024 में 0.6% का चालू खाता अधिशेष
- 27 Jun 2024
24 जून, 2024 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बताया कि भारत ने वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च 2024 तिमाही के दौरान 5.7 बिलियन डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद के 0.6% का चालू खाता अधिशेष (Current Account Surplus) दर्ज किया।
- एक वर्ष पहले की अवधि में, चालू खाता घाटा 1.3 बिलियन डॉलर या जीडीपी का 0.2% था और दिसंबर 2023 को समाप्त होने वाली पिछली तिमाही में यह 8.7 बिलियन डॉलर या जीडीपी का 1% था।
- इस प्रकार वित्त वर्ष 2024 के लिए चालू खाता घाटा घटकर 23.2 बिलियन डॉलर या जीडीपी का 0.7% हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 67 बिलियन डॉलर या जीडीपी का 2% था। यह सुधार व्यापारिक घाटे में कमी और सेवा व्यापार अधिशेष में मजबूत वृद्धि के कारण हुआ है।
- 2023-24 की चौथी तिमाही में वस्तु व्यापार घाटा 50.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जो एक वर्ष पूर्व के 52.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर से कम है।
- निजी अंतरण प्राप्तियां (Private Transfer Receipts), जो मुख्य रूप से विदेशों में कार्यरत भारतीयों द्वारा ‘प्रेषित धनराशि’ (Remittances) को दर्शाती हैं, 32.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गईं, जो एक वर्ष पहले के स्तर से 11.9% अधिक है।
- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की स्थापना 1 अप्रैल, 1935 को भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के तहत की गई थी।
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