ई-फ्लो पारिस्थितिक निगरानी प्रणाली
- 18 Jun 2024
13 जून, 2024 को केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा ‘पर्यावरणीय प्रवाह (ई-प्रवाह) निगरानी प्रणाली’ [E-flows Monitoring System] का शुभारंभ किया गया।
- राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) द्वारा विकसित यह प्रणाली, प्रयाग पोर्टल (PRAYAG Portal) का एक अभिन्न अंग है, जो परियोजनाओं की योजना और निगरानी, नदी जल की गुणवत्ता और अन्य महत्वपूर्ण मापदंडों के लिए एक वास्तविक समय निगरानी केंद्र है।
- इस पोर्टल में गंगा तरंग पोर्टल, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टूल डैशबोर्ड और गंगा जिला प्रदर्शन निगरानी प्रणाली जैसे ऑनलाइन डैशबोर्ड शामिल हैं।
- ई-प्रवाह निगरानी प्रणाली गंगा, यमुना और उनकी सहायक नदियों में जल गुणवत्ता का वास्तविक समय विश्लेषण करने की सुविधा प्रदान करती है।
- यह केंद्रीय स्तर पर नमामि गंगे कार्यक्रम की गतिविधियों की निगरानी की भी सुविधा देती है। इसमें सीवेज उपचार संयंत्रों (STPs) के प्रदर्शन की निगरानी करना और यह सुनिश्चित करना शामिल है कि वे अपनी निर्धारित क्षमता पर काम करें।
- भारत सरकार ने 2018 में गंगा नदी के विभिन्न हिस्सों के लिए न्यूनतम पर्यावरणीय प्रवाह (ई-प्रवाह) को पूरे साल बनाए रखने का आदेश दिया था।
- नमामि गंगे कार्यक्रम एक एकीकृत संरक्षण मिशन है, जिसे 2014 में केंद्र सरकार द्वारा 'फ्लैगशिप प्रोग्राम' के रूप में स्वीकृत किया गया था।
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