वैश्विक प्लास्टिक संधि पर वार्ता का चौथा सत्र
- 29 Apr 2024
समुद्री पर्यावरण सहित प्लास्टिक प्रदूषण पर एक अंतरराष्ट्रीय कानूनी रूप से बाध्यकारी उपकरण विकसित करने के लिए अंतर सरकारी वार्ता समिति (INC-4) का चौथा सत्र 23 से 29 अप्रैल, 2024 के मध्य कनाडा की राजधानी ओटावा में संपन्न हुआ।
- इस सत्र का उद्देश्य प्लास्टिक प्रदूषण पर एक अंतरराष्ट्रीय कानूनी रूप से बाध्यकारी उपकरण के विकास के लिए वार्ता को आगे बढ़ाना था, ताकि अंतर सरकारी वार्ता समिति द्वारा नवंबर 2024 में अपने पांचवें सत्र (INC -5) में दस्तावेज को अंतिम रूप दिया जा सके।
- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (UNEA) ने प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिये वर्ष 2024 तक एक कानूनी रूप से बाध्यकारी अंतरराष्ट्रीय संधि को लागू करने हेतु एक ऐतिहासिक संकल्प ‘प्लास्टिक प्रदूषण समाप्ति: एक अंतरराष्ट्रीयबाध्यकारी कानूनी साधन की ओर’ (End Plastic Pollution: Towards an International Legally Binding Instrument) को अपनाया है।
- 1950 के दशक के बाद से, विश्व भर में प्लास्टिक के उत्पादन में तीव्र वृद्धि हुई है।
- यह 1950 में केवल 2 मिलियन टन था, जो 2019 में बढ़कर 450 मिलियन टन से अधिक हो गया।
- यदि इसे अनियंत्रित छोड़ दिया गया, तो वर्तमान दर पर, वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण 2040 तक 3 गुना हो सकता है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे