वर्ष 2030 तक ‘मलबा मुक्त अंतरिक्ष मिशन’
- 23 Apr 2024
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने हाल ही में यह घोषणा की कि भारत का लक्ष्य वर्ष 2030 तक ‘मलबा मुक्त अंतरिक्ष मिशन’ हासिल करना है।
- इसरो अध्यक्ष द्वारा यह घोषणा हाल ही में आयोजित '42वीं अंतर-एजेंसी अंतरिक्ष मलबा समन्वय समिति (IADC) की वार्षिक बैठक' में की गई।
- उन्होंने भविष्य के अंतरिक्ष प्रयासों के लिए इसरो की स्पष्ट रणनीति और सतत अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति इसकी प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
- मलबा मुक्त अंतरिक्ष मिशन का उद्देश्य स्वच्छ अंतरिक्ष वातावरण प्राप्त करने की दिशा में चर्चा और कार्रवाई को बढ़ावा देना है।
- अंतर-एजेंसी अंतरिक्ष मलबा समन्वय समिति (IADC) एक अंतरराष्ट्रीय अंतरसरकारी मंच है, जो अंतरिक्ष में मानव निर्मित और प्राकृतिक मलबे से संबंधित गतिविधियों का समन्वय करता है।
- IADC की स्थापना 25 अक्टूबर, 1993 को पृथ्वी के चारों ओर कक्षा में स्थित मलबे से निपटने के प्रयासों के समन्वय के लिए की गई थी।
- IADC को अंतरिक्ष मलबे पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त तकनीकी प्राधिकरण के रूप में मान्यता प्राप्त है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे