प्लास्टिक ओवरशूट डे रिपोर्ट
- 16 Apr 2024
स्विस गैर-लाभकारी संगठन ‘ईए अर्थ एक्शन’ (EA Earth Action) की प्लास्टिक ओवरशूट डे रिपोर्ट के अनुसार 2021 के बाद से वैश्विक प्लास्टिक अपशिष्ट उत्पादन में 7.11% की वृद्धि हुई है ।
- ‘ईए अर्थ एक्शन’ की रिपोर्ट के अनुसार, भारत विश्व के शीर्ष 12 देशों में से एक है जो पृथ्वी के 60% कुप्रबंधित प्लास्टिक अपशिष्ट के लिए जिम्मेदार है ।
- कुप्रबंधित प्लास्टिक अपशिष्ट के मामले में भारत के अतिरिक्त अन्य देश चीन, रूस, ब्राजील, मैक्सिको, वियतनाम, ईरान, इंडोनेशिया, मिस्र, पाकिस्तान, संयुक्त राज्य अमेरिका और तुर्की हैं।
- रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष वैश्विक प्लास्टिक अपशिष्ट उत्पादन 220 मिलियन टन होने की उम्मीद है, जिसमें से 70 मिलियन टन कुप्रबंधित प्लास्टिक कचरा होगा, जो पर्यावरण को प्रदूषित करेगा ।
- रिपोर्ट में प्रति व्यक्ति प्लास्टिक अपशिष्ट उत्पादन (प्रति वर्ष 8 किलोग्राम प्रति व्यक्ति) कम होने के कारण भारत को "निम्न अपशिष्ट उत्पादक" प्रदूषक के रूप में वर्गीकृत किया गया है, लेकिन इसमें कहा गया है कि 2024 में देश का अपेक्षित कुप्रबंधित कचरा या अपशिष्ट 7.4 मिलियन टन होगा, जो कि अत्यधिक है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे