IIT जोधपुर ने विकसित किया नैनोसेंसर
- 11 Apr 2024
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) जोधपुर के शोधकर्ताओं ने एक नैनोसेंसर (Nanosensor) विकसित करने में कामयाबी हासिल की है।
- यह नैनोसेंसर हमारे शरीर की विभिन्न कोशिकाओं को नियंत्रित करने वाले प्रोटीन के एक समूह साइटोकाइन्स (Cytokines) का शीघ्र ही पता लगा सकेगा ।
- साइटोकाइन्स एक प्रकार का बायोमार्कर (Biomarkers) है, जिसका उपयोग बीमारियों के निदान और उनकी प्रगति की निगरानी के लिए किया जाता है ।
- साइटोकाइन्स, ऊतक क्षति की मरम्मत, कैंसर के विकास का पता लगाने और प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।
- यह तकनीक सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी पर आधारित है और सरफेस एन्हांस्ड रमन स्कैटरिंग (SERS) नामक सिद्धांत पर कार्य करती है।
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