भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष भारत वापस लाए गए
- 20 Mar 2024
महात्मा बुद्ध और उनके शिष्यों अरहत सारिपुत्र और अरहत मौदगल्यायन के पवित्र अवशेष 19 मार्च, 2024 को थाईलैंड से भारत वापस लाए गए।
- भगवान बुद्ध और उनके दो शिष्यों के चार पवित्र पिपराहवा अवशेष भारत में संरक्षित हैं। इन पवित्र अवशेषों को 25 दिवसीय प्रदर्शनी के लिए थाईलैंड भेजा गया था।
- थाईलैंड में इन पवित्र अवशेषों की प्रदर्शनी ने 4 मिलियन से अधिक भक्तों को आकर्षित किया।
- इन अवशेषों को 23 फरवरी को बैंकॉक के सनम लुआंग मंडप में विशेष रूप से निर्मित मंडप में सार्वजनिक पूजा के लिए स्थापित किया गया था।
- अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (IBC) के सहयोग से भारत के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित 'साझा विरासत, साझा मूल्य' नामक प्रदर्शनी के हिस्से के रूप में इन अवशेषों ने बैंकॉक, चियांग माई, उबोन रतचथानी और क्राबी प्रांतों की यात्रा की।
- यह यात्रा भारत और थाईलैंड के बीच एक प्रतीकात्मक सांस्कृतिक पुल का प्रतिनिधित्व करती है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे