2030 तक कच्चे तेल की मांग का बड़ा केंद्र बनेगा भारत: IEA रिपोर्ट
- 08 Feb 2024
7 फरवरी, 2024 को गोवा के बेतुल में आयोजित इंडिया एनर्जी वीक 2024 में अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) ने बताया कि अगले 7 वर्षों में भारत तेल की वैश्विक मांग का सबसे बड़ा केंद्र बन जाएगा, जबकि घरेलू उत्पादन 22% कम हो जाएगा।
- भारत पहले ही कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा शुद्ध आयातक बन गया है।
- अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEEA) के अनुमान के अनुसार, भारत की कुल तेल मांग 2023 में 5.48 मिलियन बैरल प्रति दिन (BPD) के मुकाबले 2030 में 6.64 मिलियन बीपीडी होगी।
- वर्ष 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार, भारत का कच्चे तेल का आयात 46 लाख बैरल प्रति दिन हो गया है, जिसमें एक दशक में 36% वृद्धि हुई है।
- पेट्रोलियम मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, घरेलू खपत लगभग 50 लाख बैरल प्रति दिन (BPD) है।
- भारत वर्तमान में अमेरिका और चीन के बाद कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है।
- भारत अपनी तेल जरूरतों का 85% आयात करता है और घरेलू उत्पादन में गिरावट के कारण यह निर्भरता बढ़ने की संभावना है।
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