आईएनएस संधायक (यार्ड 3025) भारतीय नौसेना में शामिल
- 05 Feb 2024
3 फरवरी, 2024 को नौसेना डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम में आईएनएस संधायक (यार्ड 3025) को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। यह देश का पहला और सबसे बड़ा सर्वे पोत है।
- जहाज की प्राथमिक भूमिका सुरक्षित समुद्री नौवहन को सक्षम करने की दिशा में बंदरगाहों, नौवहन चैनलों/मार्गों, तटीय क्षेत्रों और गहरे समुद्रों का पूर्ण पैमाने पर जलमाप चित्रण संबधी जलीय सर्वेक्षण करना है।
- इसके अलावा यह जहाज कई प्रकार के नौसैनिक अभियानों में भी अहम भूमिका निभाने में सक्षम है।
- आईएनएस संधायक महासागरों के बारे में जानकारी प्राप्त करने और देश के साथ-साथ अन्य देशों की रक्षा करने के दोहरे उद्देश्य को प्राप्त करने में सहयोगी होगा।
- आईएनएस संधायक के नौसेना में शामिल होने से आत्मनिर्भरता के साथ भारतीय नौसेना को समुद्री आंकड़ों के विश्लेषण में सहायता मिलेगी।
- भारतीय नौसेना के अनुसार, कोलकाता के मैसर्स गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स में 4 बड़े सर्वेक्षण पोत निर्माणाधीन हैं। आइएनएस संधायक उनमें प्रथम है।
- इस परियोजना का संचालन भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो द्वारा किया गया है।
- जहाज की आधारशिला 12 मार्च, 2019 को रखी गई थी और जहाज को 5 दिसंबर, 2021 को जलावतरित किया गया था।
- जहाज का विस्थापन 3,400 टन और कुल लंबाई 110 मीटर है।
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