भारत में अब 80 रामसर स्थल
- 01 Feb 2024
भारत की 5 अन्य आर्द्रभूमियों को रामसर स्थल (अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि) के रूप में शामिल किया गया है, जिससे इनकी संख्या 75 से बढ़कर 80 हो गई है।
- 5 आर्द्रभूमियों में से3 स्थल, अंकसमुद्र पक्षी संरक्षण रिजर्व, अघनाशिनी एस्चुएरी और मगदी केरे संरक्षण रिजर्व कर्नाटक में स्थित हैं।
- वहीं 2 स्थल कराईवेट्टी पक्षी अभयारण्य और लॉन्गवुड शोला रिजर्व वन तमिलनाडु में हैं।
- रामसर सूची का उद्देश्य आर्द्रभूमियों का एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क विकसित करना और इसका रखरखाव करना है।
- रामसर कन्वेंशन आर्द्रभूमियों के संरक्षण और बुद्धिमत्तापूर्ण उपयोग के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संधि है।
- इसका नाम कैस्पियन सागर पर स्थित ईरानी शहर रामसर के नाम पर रखा गया है, जहां 2 फरवरी, 1971 को इस संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे।
रामसर स्थल | राज्य | कुल क्षेत्रफल (हेक्टेयर में) |
अंकसमुद्र पक्षी संरक्षण रिजर्व | कर्नाटक | 98.76 |
अघनाशिनी एस्चुएरी | कर्नाटक | 4801 |
मगदी केरे संरक्षण रिजर्व | कर्नाटक | 54.38 |
कराईवेट्टी पक्षी अभयारण्य | तमिलनाडु | 453.72 |
लॉन्गवुड शोला रिजर्व वन | तमिलनाडु | 116.007 |
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