कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत ‘भारत रत्न’
- 24 Jan 2024
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से अलंकृत किया जाएगा। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से यह घोषणा की गई।
- कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री और एक बार बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे हैं।
- ठाकुर को समानता, वंचितों की मदद और सशक्तीकरण की दिशा में उनके कार्य के लिए भारत सरकार द्वारा ‘भारत रत्न’ के लिए चुना गया है।
- अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने भूमि सुधार और वंचितों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से कई गरीब समर्थक पहलों को लागू किया।
- ठाकुर अपने करियर के दौरान कई राजनीतिक दलों से जुड़े रहे, जिसकी शुरुआत उन्होंने प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से की।
- 1977 से 1979 तक बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान वे जनता पार्टी के साथ जुड़े रहे।
- बाद में कर्पूरी ठाकुर जनता दल से संबद्ध हो गए। फरवरी 1988 में उनका निधन हो गया।
- भारत रत्न, भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है, इसकी स्थापना वर्ष 1954 में की गई थी।
- यह पुरस्कार मानव प्रयास के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा या प्रदर्शन की मान्यता के लिए प्रदान किया जाता है।
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