हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक 'उत्साद राशिद खान' का निधन
- 10 Jan 2024
9 जनवरी, 2024 को हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक 'उत्साद राशिद खान' (Utsad Rashid Khan) का कोलकाता में 55 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे कैंसर से पीड़ित थे।
- उत्तर प्रदेश के बदायूं में जन्मे राशिद खान ने प्रारंभिक प्रशिक्षण अपने नाना 'उस्ताद निसार हुसैन खान' (1909-1993) से प्राप्त किया था।
- वे 14 वर्ष की उम्र में आईटीसी संगीत अनुसंधान अकादमी में भी शामिल हुए थे।
- राशिद खान, गायन की एक शैली 'रामपुर-सहसवान गायकी' (Rampur-Sahaswan gayaki) के प्रतिपादक थे, जो ग्वालियर घराने से निकटता से संबंधित है।
- वर्ष 2006 में उन्हें पद्म श्री एवं संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया।
- वर्ष 2022 में उन्हें देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
- पश्चिम बंगाल सरकार ने उस्ताद राशिद खान को बंग विभूषण और संगीत महासम्मान से भी सम्मानित किया था।
- राशिद खान ने 2004 से 2019 तक हिंदी और बंगाली फिल्मों में कई गानों को अपनी आवाज दी।
- उनके सबसे लोकप्रिय गानों में "आओगे जब तुम साजना" [फिल्म-जब वी मेट (2007)], "अलाह ही रहेम" [फिल्म-माई नेम इज खान (2010)] और "बोल के लब आज़ाद हैं" [फिल्म-मंटो (2018)] आदि शामिल हैं।
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