बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली: भारत की क्षमताएं
पड़ोसी देशों से संभावित बैलिस्टिक मिसाइल खतरों का सामना कर रहे भारत ने सक्रिय रूप से एक मजबूत बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा (BMD) प्रणाली विकसित करने का प्रयास किया है। यहाँ भारत की वर्तमान क्षमताओं और भविष्य की आकांक्षाओं का विवरण दिया गया है:
मौजूदा तंत्र:
- दो-स्तरीय दृष्टिकोण: भारत की बीएमडी प्रणाली एक स्तरित संरचना है जिसमें दो इंटरसेप्टर मिसाइलें शामिल हैं:
- पृथ्वी एयर डिफेंस (PAD): डीआरडीओ द्वारा डिजाइन किया गया यह अधिक ऊंचाई वाला इंटरसेप्टर वायुमंडलीय सीमा से बाहर के लक्ष्यों पर निशाना साध सकता है।
- उन्नत वायु रक्षा (AAD): यह कम ऊंचाई वाला इंटरसेप्टर वायुमंडल में कम ऊंचाई पर ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 कृषि का रूपांतरण: उभरती प्रौद्योगिकियों की भूमिका
- 2 अन्य देशों के साथ भारत का अंतरिक्ष सहयोग: लाभ और उपलब्धियां
- 3 गहरे समुद्र में अन्वेषण: भारत की प्रगति और चुनौतियां
- 4 जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में नैनो प्रौद्योगिकी की भूमिका
- 5 साइबर हमले: भारत के डिजिटलीकरण के लिए चुनौतियां
- 6 जेनेरिक दवाएं: संबंधित मुद्दे और चिंताएं
- 7 दुर्लभ बीमारियां : चुनौतियां एवं भारत की कार्यवाही
- 8 रोगाणुरोधी प्रतिरोध : चुनौतियां और रोकथाम के उपाय
- 9 ब्रेन कंप्यूटर इंटरफ़ेस (BCI) और इसके नैदानिक अनुप्रयोग
- 10 बायोइन्फॉर्मेटिक्स और इसके अनुप्रयोग