सांस्कृतिक विरासत हेतु आपदा जोखिम प्रबंधन
विश्व धरोहर संपत्तियां तथा विरासत स्थल आम तौर पर प्राकृतिक एवं मानव-जनित विनाशकारी घटनाओं के प्रभावों के संपर्क में आते हैं, जो उनकी अखंडता एवं सुरक्षा को खतरे में डालते हैं।
- इन उत्कृष्ट संपत्तियों की हानि या गिरावट का स्थानीय और राष्ट्रीय समुदायों पर उनके सांस्कृतिक महत्व एवं सामाजिक-आर्थिक मूल्य दोनों के कारण गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- 1972 के विश्व धरोहर सम्मेलन प्रकृति संरक्षण एवं सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण की अवधारणाओं को एक ही दस्तावेज में एक साथ जोड़ता है।
आपदा जोखिम प्रबंधन क्यों?
- अप्रैल 2015 में काठमांडू में आया भूकंप तथा जनवरी 2015 में अबोमी, बेनिन के शाही महलों में ....
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