हरित क्रांति 2.0 : भारतीय कृषि को संधारणीय बनाने की रणनीति

जनवरी 2022 में आरबीआई (RBI) द्वारा जारी किए गए ‘भारतीय कृषिः उपलब्धियां एवं चुनौतियां’ (Indian Agriculture Achievements and Challenges) नामक आलेख में कहा गया है कि कृषि को अधिक जलवायु-प्रतिरोधी एवं पर्यावरणीय रूप से धारणीय बनाने के लिए भारत को दूसरी हरित क्रांति (Green Revolution 2.0) की आवश्यकता है।

  • चावल, गेहूं एवं गन्ने जैसी फसलों के अत्यधिक उत्पादन से भूजल स्तर में तेजी से कमी आई है, मृदा का क्षरण हुआ है एवं व्यापक स्तर पर वायु प्रदूषण हुआ है।

संधारणीय बनाने की रणनीति

  • पंचामृत: कृषि क्षेत्र में भारत के ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन का लगभग 14% हिस्सा है। COP26 के ....
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