स्व-नियामक संगठनों की मान्यता के लिए रूपरेखा
15 अगस्त, 2024 को भारतीय रिजर्व बैंक ने अनुपालन संस्कृति को मजबूत करने और नीति-निर्माण के लिए परामर्श मंच प्रदान करने हेतु ‘वित्तीय बाजार क्षेत्र में स्व-नियामक संगठनों की मान्यता के लिए रूपरेखा’ [Framework for Recognition of Self-Regulatory Organisations (SROs) in Financial Markets] जारी की।
- इस फ्रेमवर्क का आधार 21 मार्च, 2024 को जारी की गई RBI की विनियमित संस्थाओं के लिए स्व-नियामक संगठनों की मान्यता के लिए सर्वव्यापी रूपरेखा है।
- इस फ्रेमवर्क को विनियमित वित्तीय बाज़ारों में स्व-नियामक संगठनों (SRO) की मान्यता के लिए जारी किया गया है।
- फ्रेमवर्क में यह बात स्वीकार की गई है कि जैसे-जैसे विनियमित संस्थाओं (Regulated Entities) ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 इकोमार्क नियम, 2024 अधिसूचित
- 2 डिजिटल रेडियो प्रसारण पर ट्राई का परामर्श-पत्र
- 3 कल्याणकारी योजनाओं के तहत फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति में वृद्धि
- 4 मसौदा राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक, 2024
- 5 मसौदा राष्ट्रीय खेल नीति, 2024
- 6 ग्रीनवॉशिंग या भ्रामक पर्यावरणीय दावों की रोकथाम हेतु दिशानिर्देश
- 7 अपतटीय क्षेत्र परिचालन अधिकार नियम, 2024
- 8 दिव्यांगजन अधिकार (संशोधन) नियम, 2024
- 9 इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (ईटीसी) के लिए नियम
- 10 बैटरी अपशिष्ट नियमों के उल्लंघन के लिए पर्यावरण क्षतिपूर्ति दिशानिर्देश