डाक विरासत को पर्यटक आकर्षणों में बदलना

  • भारतीय डाक की ऐतिहासिक विरासत मौर्य काल में देखी जा सकती है। हालांकि, आधुनिक व्यवस्थित डाक पद्धति की नींव 19वीं शताब्दी में अंग्रेजों द्वारा रखी गई थी।
  • 1913 में निर्मित मुंबई जीपीओ इंडो-सारसेनिक वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, और बीजापुर के गोल गुंबज से प्रेरित है।
  • डाक विभाग अपने महत्वपूर्ण विरासत इमारतों को पुनर्स्थापित करने के लिए इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (INTACH) और सीपीडब्ल्यूडी के साथ मिलकर काम कर रहा है, ताकि ऐसे स्थानों को पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनाया जा सके।
  • वर्ष 1864 में कोलकाता में 'जनरल पोस्ट ऑफिस' की डिजाइन को ग्रानविले द्वारा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

पत्रिका सार