जल सुरक्षा की आवश्यकता
पृथ्वी पर मौजूद पानी का 97% खारा पानी है और केवल 3 प्रतिशत ताजा पानी है। इसमें से दो तिहाई से थोड़ा अधिक हिमनदों और ध्रुवीय बर्फ की टोपियों में जमी हुई है।शेष बिना जमे हुए मीठे पानी को मुख्य रूप से भूजल के रूप में पाया जाता है।
- ताजे पानी के प्राकृतिक स्रोतों में सतही जल, नदी के प्रवाह के नीचे, भूजल और जमे हुए पानी शामिल हैं। ताजे पानी के कृत्रिम स्रोतों में उपचारित अपशिष्ट जल (अपशिष्ट जल का पुनः उपयोग) और अलवणीकृत समुद्री जल शामिल हो सकते हैं। जल संसाधनों के मानव उपयोग में कृषि, औद्योगिक, घरेलू, मनोरंजक ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 रिवर इंटरलिंकिंग: मुद्दे एवं लाभ
- 2 प्राकृतिक संसाधान प्रबंधान
- 3 जीरो बजट नेचुरल फ़ार्मिंग
- 4 भारत में कृषि विपणन प्रणाली: चुनातियाँ वं उपाय
- 5 कृषि में नवीन प्रौद्योगिकी
- 6 भारत में कृषि सब्सिडी: महत्व एवं मुद्दे
- 7 भारत में परिशुद्धता कृषि: चुनौतियां एवं उपाय
- 8 कृषि पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव एवं समाधान
- 9 क्रिप्टोकरेंसी नियामक ढांचा
- 10 क्वांटम प्रौद्योगिकी: महत्व एवं इसके अनुप्रयोग