भारत में जियो-टूरिज्म

भू-पर्यटन (Geo-Tourism) को एक ऐसे पर्यटन के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो किसी स्थान के भौगोलिक चरित्र को बनाए रखने के साथ-साथ उसे बढ़ाता भी है। भू-पर्यटन भू-वैज्ञानिक आकर्षणों एवं भू-स्थलों से जुड़ा पर्यटन है। भू-पर्यटन को पहली बार 1995 में थॉमस अल्फ्रेड होज द्वारा परिभाषित किया गया था।

भारत के प्रमुख भू-पर्यटन स्थल

भू-पर्यटन के लिए GSI द्वारा देश में 32 स्वीकृत भू-पर्यटन या भू-विरासत स्थलों को अधिसूचित किया गया हैं। इनमे ज्वालामुखी विस्तार वाले बैराइट्स, राष्ट्रीय जीवाश्म लकड़ी पार्क, लोकटक झील, लोनार झील, अकाल फॉसिल वुड पार्क, जवार सीसा-जस्ता खदान आदि प्रमुख है।

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