​सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने में भारतीय संविधान की भूमिका

  • भारतीय संविधान किस पर आधारित है? - "सुधारवादी संविधानवाद", जो सामाजिक न्याय और राज्य के हस्तक्षेप पर जोर देता है
  • ग्रैनविल ऑस्टिन ने भारतीय संविधान को क्या कहा? - "सामाजिक क्रांति का माध्यम"
  • अनुसूचित जाति, जनजाति और वंचित वर्गों के लिए संविधान ने क्या सुनिश्चित किया? - आरक्षण और अधिकार, जिससे उनका सशक्तिकरण हुआ
  • सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार का क्या महत्व है? - सभी नागरिकों को समान राजनीतिक अधिकार देकर लोकतंत्र को मजबूत करना
  • अनुच्छेद 17 और अनुच्छेद 23 का उद्देश्य क्या है? - अस्पृश्यता समाप्त करना और बंधुआ मजदूरी व मानव तस्करी पर रोक लगाना
  • गांधीवादी दृष्टिकोण और सुधारवादी संविधानवाद में क्या अंतर है? ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

पत्रिका सार