ग्रामीण उद्यमों की स्थिरताः अवसर व चुनौतियाँ
30 अप्रैल, 2022 को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत में 63 मिलियन से अधिक MSMEs हैं, जिनमें से लगभग 94% सूक्ष्म-उद्यम हैं।
- ग्रामीण उद्यमों को सामान्य रूप में दो प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है- स्वयं के स्वामित्व वाले उद्यम तथा सामूहिक स्वामित्व वाले उद्यम; जिसमें MSMEs सहकारी समितियां और उत्पादक कंपनियां शामिल हैं।
- ग्रामीण उद्योग उत्पादक उद्देश्यों के लिए कच्चे माल और श्रम जैसे स्थानीय संसाधनों के उचित उपयोग को बढ़ावा देते हैं और इस प्रकार उत्पादकता बढ़ाते हैं।
- भारत सरकार का स्टार्टअप विलेज एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम (SVEP) उद्यमियों को ग्रामीण भारत में अपने व्यवसाय स्थापित करने में ....
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