आत्मनिर्भर गांव में कृषि की भूमिका

  • सहकारिता पारस्परिक सहयोग के माध्यम से सामूहिक और व्यक्तिगत लाभ की भावना पर आधारित है।
  • सहकारिता ग्रामीण भारत को उद्यमोन्मुखी बनाकर न केवल समग्र विकास कर सकती है, बल्कि शहरों पर आबादी के अनावश्यक दबाव को कम कर शहरी आवश्यकताओं की पूर्ति में भी सक्षम है।
  • वोकल फॉर लोकल’ स्थानीय उत्पादों और व्यवसायों को बढ़ावा देकर उनकी विशिष्टता को देश-विदेश तक पहुंचाने का अभियान है। इसका उद्देश्य देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाना है।
  • भारत सरकार ने जमीनी स्तर पर सहकारिता को मजबूत करने के लिए अगले 3 वर्षों में 63 हजार प्राथमिक साख सहकारी समितियों ....
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