पठाणि सामंत : भारत के गुमनाम मगर उत्कृष्ट खगोल वैज्ञानिक
- पठाणि सामंत का जन्म कब और कहाँ हुआ था?- 13 दिसंबर,1835 को ओडिशा के खंडपाड़ा राज्य में
- पठाणि सामंत की प्रमुख कृति का नाम क्या है? - सिद्धांत दर्पण
- "सिद्धांत दर्पण" किस भाषा और लिपि में लिखा गया था?- संस्कृत, ओड़िया लिपि में कलकत्ता से प्रकाशित
- पठाणि सामंत ने खगोल विज्ञान में किस क्षेत्र में योगदान दिया?- मापन, गणना और यंत्र निर्माण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान
- किन विद्वानों ने पठाणि सामंत को पहचान दिलाई?- राधानाथ राय, महेशचंद्र न्यायरत्न और प्रो. योगेश चंद्र राय
- अंतरराष्ट्रीय विज्ञान पत्रिका "नेचर" ने पठाणि सामंत की तुलना किससे की?- डेनिश खगोलज्ञ टाइको ब्राहे से ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 स्वस्तिक : भारतीय पारंपरिक ज्ञान को समाज से जोड़ने की एक राष्ट्रीय पहल
- 2 बांधों की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण
- 3 स्वास्थ्य सेवा सुधार में उपयोगी कृत्रिम बुद्धिमत्ता
- 4 जंतु द्वारा मीथेन उत्सर्जन का जलवायु परिवर्तन से संबंध
- 5 नई तकनीकों से बदलेगी कैंसर के इलाज की तस्वीर
- 6 डेंगू का बढ़ता प्रसार और संभावित उपचार
- 7 भारत में ईवी क्रांति
- 8 भारत को सशक्त बनाती कुछ नवीन वैज्ञानिक पहलें
- 9 स्वास्थ्य और पोषण में सामाजिक उद्यमिता
- 10 डिजिटल तकनीक के साथ स्वास्थ्य-टेक स्टार्टअप क्रांति
पत्रिका सार
- 1 स्वच्छ भारत अभियान : ग्रामीण स्वच्छता पर प्रभाव और सतत स्वच्छता हेतु व्यापक दृष्टिकोण
- 2 स्वच्छता को संस्थागत बनाने के लिए विशेष अभियान 4.0
- 3 स्वच्छ भारत मिशन की सफलता की कहानी
- 4 स्वच्छता क्रांतिः भारत को खुले में शौच से मुक्त करना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि
- 5 गंगा पुनरुद्धार और जल संरक्षण
- 6 वाराणसी में गंगा को प्रदूषण-मुक्त करना
- 7 भवन-निर्माण और मलबे का निपटारा: चक्रीय अर्थव्यवस्था के माध्यम से समाधान
- 8 स्मार्ट ग्रिड और नवीकरणीय ऊर्जाः ग्रामीण स्वच्छता को सशक्त बनाना
- 9 भारत की जैव ईंधन क्रांति प्रभावी, स्थायी एवं स्वच्छ
- 10 स्व-अभ्यास के माध्यम से स्वच्छता के संबंध में गांधीजी का दर्शन
- 11 कुपोषण से निपटने में पारंपरिक और स्वदेशी ज्ञान की भूमिका
- 12 पर्यावरण अनुकूल खेती से समग्र स्वास्थ्य
- 13 भारत की स्वास्थ्य प्रणाली के लिए भावी सुधार
- 14 अपशिष्ट प्रबंधन सुधारों के माध्यम से स्वास्थ्य प्रभावों का आकलन
- 15 शहरों में शून्य-अपशिष्ट रणनीतियां
- 16 गर्भावस्था पूर्व देखभाल
- 17 डिजिटल तकनीक के साथ स्वास्थ्य-टेक स्टार्टअप क्रांति
- 18 स्वास्थ्य और पोषण में सामाजिक उद्यमिता
- 19 भारत को सशक्त बनाती कुछ नवीन वैज्ञानिक पहलें
- 20 भारत में ईवी क्रांति
- 21 डेंगू का बढ़ता प्रसार और संभावित उपचार
- 22 नई तकनीकों से बदलेगी कैंसर के इलाज की तस्वीर
- 23 जंतु द्वारा मीथेन उत्सर्जन का जलवायु परिवर्तन से संबंध
- 24 स्वास्थ्य सेवा सुधार में उपयोगी कृत्रिम बुद्धिमत्ता
- 25 बांधों की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण
- 26 स्वस्तिक : भारतीय पारंपरिक ज्ञान को समाज से जोड़ने की एक राष्ट्रीय पहल