सद्भावना ही एकमात्र ऐसी संपत्ति है जिसे प्रतिस्पर्धा कम या नष्ट नहीं कर सकती

अश्विनी कुमार

राष्ट्रीय एकीकरण सम्मेलन की एक रिपोर्ट के अनुसार “सद्भावना एक मनोवैज्ञानिक तथा शैक्षिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से व्यक्तियों में एकता, संगठन एवं शक्ति की भावना का विकास होता है; साथ ही उनमें एक समान नागरिकता की अनुभूति होती है। अंततः इससे सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा मिलने के साथ राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बंधुत्व की भावना का विकास होता है।” समाज के नैतिक मापदंडों में सद्भावना एक ऐसी अदृश्य शक्ति है, जो किसी समाज, व्यक्ति अथवा राष्ट्र की प्रतिष्ठा को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करती है। सद्भावना के मूल्य को अर्जित ....

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