67वीं बीपीएससी प्रा./सीडीपीओ परीक्षा विशेष - बिहार के प्रमुख व्यक्तित्व

ऐतिहासिक व्यक्तित्व

याज्ञवल्क्य

याज्ञवल्क्य वैदिक काल के एक ऋषि तथा दार्शनिक थे तथा ये वैदिक साहित्य में शुक्ल यजुर्वेद की वाजसनेयी शाखा के द्रष्टा थे।

  • इनको नेति-नेति व्यवहार का प्रवर्तक कहा जाता है तथा इनके गुरु वेदव्यास जी थे।
  • इनके द्वारा ‘शुक्ल यजुर्वेद’तथा ‘शतपथ ब्राह्मण’ग्रंथ की रचना की गई।
  • याज्ञवल्क्य के नाम पर ही याज्ञवल्क्य स्मृति की रचना की गई। इस पुस्तक में तीन कानून सिद्धान्तों का उल्लेख किया गया है- आचार-कांड, व्यवहार कांड व प्रार्थनाचित्त कांड।

आर्यभट्ट

आर्यभट्ट प्राचीन भारत के एक महान ज्योतिषविद् और गणितज्ञ थे। इन्होंने ‘आर्य भट्टीय ग्रंथ’की रचना की, जिसमें ज्योतिषशास्त के अनेक सिद्धान्तों का प्रतिपादन ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

विशेष