सामाजिक-पर्यावरणीय चुनौतियों का प्रकृति आधारित समाधान

प्रकृति-आधारित समाधान (Nature-Based Solutions – NBS) सामाजिक-पर्यावरणीय चुनौतियों (socio-environmental challenges) से निपटने के लिए प्रकृति के संधारणीय प्रबंधन (sustainable management) एवं उपयोग को संदर्भित करता है। इन सामाजिक-पर्यावरणीय चुनौतियों में जलवायु परिवर्तन, जल सुरक्षा, जल प्रदूषण, खाद्य सुरक्षा, मानव स्वास्थ्य, जैव विविधता हानि और आपदा जोखिम प्रबंधन जैसे मुद्दे शामिल हैं।

अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (International Union for Conservation of Nature - IUCN) के अनुसार ‘‘प्रकृति-आधारित समाधान, प्राकृतिक और संशोधित पारिस्थितिक तंत्रों के संरक्षण, सतत प्रबंधन तथा उनकी पुनर्स्थापना के लिए किये जाने वाले क्रियाकलाप हैं, जो मानव कल्याण और जैव विविधता से संबंधित लाभ प्रदान करने के लिए सामाजिक चुनौतियों ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

विशेष