भारतीय सौर मिशनः महत्त्व एवं चुनौतियां
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) सूर्य का अध्ययन करने के लिए अपना पहला वैज्ञानिक अभियान भेजने की तैयारी कर रहा है। यह सूर्य का करीब से निरीक्षण करेगा और इसके वातावरण और चुंबकीय क्षेत्र के बारे में जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करेगा।
प्रमुख तथ्य
- इसरो 400 किलो-वर्ग के उपग्रह के रूप में आदित्य L1 को वर्गीकृत करता है, जिसे एक्सएल विन्यास में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV-XL) का उपयोग करके लॉन्च किया जाएगा।
- अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला में सूर्य के कोरोना, सौर उत्सर्जन, सौर हवाओं, फ्रलेयर्स और सीएमई (Coronal Mass Ejections - CME) का अध्ययन करने के लिए ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 फायरफ्लाइज़, भारत का पहला निजी उपग्रह समूह
- 2 पिग बूचरिंग घोटाला/निवेश घोटाला
- 3 अंजी खड्ड पुल
- 4 2025 ‘सुधारों का वर्ष’
- 5 क्रायोप्रिजर्वेशन तकनीकी से विकसित पहला बेबी कोरल
- 6 छत्तीसगढ़ वनों को हरित GDP से जोड़ने वाला भारत का पहला राज्य
- 7 हरित परिवर्तन योजना पर कार्यशाला
- 8 बाघों का अंतर-राज्यीय स्थानांतरण
- 9 57वां बाघ अभयारण्य
- 10 ग्लेशियरों के संरक्षण का अंतरराष्ट्रीय वर्ष
करेंट अफेयर्स के चर्चित मुद्दे
- 1 एआरटी विनियमन विधेयक 2020
- 2 निवारक निरोध एवं बंदी प्रत्यक्षीकरण
- 3 बोडो समूह के साथ शांति समझौता
- 4 त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद
- 5 महादेयी नदी जल विवाद
- 6 राजनीति का अपराधीकरण
- 7 महिला अधिकारियों को सेना में स्थायी कमीशन
- 8 सहकारी बैंकों का विनियमन
- 9 राष्ट्रीय तकनीकी कपड़ा मिशन
- 10 इंडिया आईएनएक्स एवं मसाला बॉन्ड
- 11 आसियान का प्रवेश द्वार म्यांमार
- 12 भारत-अमेरिकाः हिन्द-प्रशान्त क्षेत्र में रणनीतिक सामंजस्य
- 13 विश्व के 30 प्रदूषित शहरों में 21 भारतीय शहर
- 14 सीएमएस कॉप-13
- 15 क्वांटम तकनीक एवं अनुप्रयोग