सोहराई भित्ति चित्र

ओडिशा और झारखंड के आदिवासी संथाली समुदाय अपने पारंपरिक सोहराई भित्ति चित्रों (Sohrai murals) को आधुनिकता में बदलने के अपने तौर तरीकों में बदलाव ला रहे हैं।

सोहराई खोवर चित्र:

  • सोहराई खोवर चित्रकला स्थानीय आदिवासी संथाली महिलाओं द्वारा आमतौर पर दीपावली या काली पूजा के साथ शुरू होने वाले फसल उत्सव सोहराई को चिह्नित करने के लिए अपने घरों की दीवारों को चित्रित करने वाली कला है।
  • समारोहों या विशेष अवसरों जैसे शादियों और प्रसव के दौरान भी दीवारों को सजाकर इस कला को दर्शाया जाता है।
  • इस कला शैली में रेखाओं, बिंदुओं, जानवरों की आकृतियों और पौधों की प्रचुरता वाले चित्रों ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

नियमित स्तंभ