तमिलनाडु में लौह युग के साक्ष्य

हाल ही में तमिलनाडु में किये गये उत्खनन के निष्कर्षों की कार्बन डेटिंग से इस बात के प्रमाण मिले हैं कि भारत में 4,200 वर्ष पूर्व से ही लोहे का इस्तेमाल किया जा रहा था। इस खोज से यह स्थापित हो गया है कि 4,200 साल पूर्व निवास करने वाले तमिल लोग लोहे के बारे में जानते थे।

  • यह खुदाई तमिलनाडु में कृष्णागिरी के पास मयिलादुम्पराई (Mayiladumparai) में हुई है।
  • यह स्थल कई पुरातात्विक स्थलों जैसे तोगरापल्ली, गंगावरम, संदूर, वेदारथट्टक्कल, गुट्टूर, गिदलुर, सप्पमुत्लु और कप्पलावाड़ी के मध्य में स्थित है।
  • मयिलादुम्पराई, माइक्रोलिथिक (Microlithic) (30,000 ईसा पूर्व) और प्रारंभिक ऐतिहासिक (600 ईसा पूर्व) ....
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