चर्चित स्थल
मवेशी द्वीप
ओडिशा के वन और पर्यावरण विभाग द्वारा हीराकुंड जलाशय में स्थित तीन द्वीपों में से ‘मवेशी द्वीप’ (Cattle Island) को एक एक दर्शनीय स्थल के रूप में चुना गया है।
- यह द्वीप एक जलमग्न पहाड़ी है और हीराकुंड बांध के निर्माण से पहले यह एक विकसित गांव था।
- 1950 के दशक में जब महानदी पर हीराकुंड बांध का निर्माण किया गया था, उस समय बड़ी संख्या में लोगों को अपने गांवों से विस्थापित होना पड़ा था। विस्थापन के दौर में ग्रामीण अपने मवेशियों को अपने साथ नहीं ले जा सके थे और वे अपने मवेशियों को सुनसान गांवों में छोड़ गए।
- बांध के निर्माण के बाद जैसे ही यह क्षेत्र जलमग्न होने लगा, सारे मवेशी झारसुगुडा जिले के लखनपुर ब्लॉक के तहत तेलिया पंचायत में एक ऊंचे स्थान भुजापहाड़ पर चले गए। इसके बाद इस पहाडी को, जोकि पानी की एक विशाल चादर से घिरा हुआ एक भूमि का टुकड़ा है, ‘मवेशी द्वीप’ कहा जाने लगा।
अन्य द्वीपः डेब्रीगढ़ इकोटूरिज्म परियोजना से सिर्फ 1 किमी. दूर जलाशय के भीतर एक ‘चमगादड़ का द्वीप’ (island of bats) है। यह सैकड़ों चमगादड़ों का निवास स्थल है।
- पर्यटक जलाशय से सूर्यास्त का शानदार नजारा भी देख सकते हैं। ‘सनसेट आइलैंड’ (Sunset island) अद्वितीय नाव की सवारी के तीन पड़ावों में से एक है।
हीराकुंड बांध महानदी नदी में बार-बार विनाशकारी बाढ़ आने के बाद, वर्ष 1937 में महान अभियंता एम- विश्वेश्वरैया द्वारा परिकल्पित एक बहुउद्देशीय परियोजना है। इसे 1957 में चालू किया गया था। |
आईएनएस चिल्का
रक्षा संबंधी संसदीय स्थायी समिति (The Parliamentary Standing Committee on Defence) ने 23 अगस्त, 2021 को भारतीय नौसेना के प्रतिष्ठित नौसैनिक प्रशिक्षण प्रतिष्ठान ‘आईएनएस चिल्का’ (INS Chilka) का दौरा किया।
- रक्षा संबंधी संसदीय स्थायी समिति (The Parliamentary Standing Committee on Defence) रक्षा नीतियों के विधायी निरीक्षण और रक्षा मंत्रालय के फैसलों हेतु संसद के चयनित सदस्यों की एक विभाग संबंधित स्थायी समिति है।
- आईएनएस चिल्का भारतीय नौसेना का एकमात्र प्रारंभिक प्रशिक्षण संस्थान है, जो सालाना 6600 से अधिक नवोदित नौसैनिकों को प्रशिक्षित करता है।
- आईएनएस चिल्का को 1980 में कमीशन किया गया था। इसका नाम प्रसिद्ध झील चिल्का के नाम पर रखा गया है, जो भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की तटीय झील है। प्रशिक्षण प्रतिष्ठान झील के किनारे पर स्थित है।
आइन दुबई
दुनिया का सबसे विशाल और सबसे ऊंचा ऑब्जर्वेशन व्हील ‘आइन दुबई’ (Ain Dubai) 21 अक्टूबर, 2021 को संयुक्त अरब अमीरात में आगंतुकों के लिए खोला जाएगा।
- लंदन आई’ (London Eye) से लगभग दोगुनी ऊंचाई पर, आइन दुबई आगंतुकों को 250 मीटर की ऊंचाई तक ले जाएगा, जहां से वे दुबई के सुरम्य क्षितिज के सुन्दर दृश्य का आनंद ले सकते हैं।
- ब्लूवाटर्स द्वीप’ पर स्थित, यह ऑब्जर्वेशन व्हील लगभग 38 मिनट के एक रोटेशन और लगभग 76 मिनट के दो रोटेशन वाले अनुभवों की पेशकश करेगा।
- आगंतुकों के पास अपने निजी केबिन तक भी पहुंच होगी।
- यह जन्मदिन, सगाई, शादियों और व्यावसायिक कार्यों के लिए अद्वितीय उत्सव पैकेज भी प्रदान करेगा।