साइबर प्रतिरोध पर भारत-यूके संयुक्त कार्य समूह की पहली बैठक
साइबर प्रतिरोध (Cyber Deterrence) पर भारत-यूनाइटेड किंगडम के संयुक्त कार्य समूह की पहली बैठक 25 नवंबर, 2021 को वर्चुअल मोड में आयोजित की गई।
महत्वपूर्ण तथ्यः भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (साइबर डिप्लोमेसी) अतुल मल्हारी गोत्सुर्वे ने किया।
- दोनों पक्षों ने 17 अप्रैल, 2018 को नई दिल्ली में हस्ताक्षरित साइबर संबंधों के लिए भारत-यूके फ्रेमवर्क के तहत साइबर प्रतिरोध से संबंधित विभिन्न प्रमुख पहलुओं और मौजूदा द्विपक्षीय साइबर सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
- भारत और यूनाइटेड किंगडम एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने और साइबर प्रतिरोध की चुनौतियों का समाधान करने और प्रभावी साइबर प्रतिरोध रणनीतियों के निर्माण के लिए नियमित परामर्श करने पर सहमत हुए।
- साइबर प्रतिरोध एक रणनीति है, जो राज्य- अभिकर्ताओं या गैर-राज्य अभिकर्ताओं (non-state actors) द्वारा साइबर हमलों से निपटने के लिए प्रभावी हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय संबंध
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