भारत-श्रीलंका ने ‘संसद मैत्री संघ’ को पुनर्जीवित किया
नवंबर 2021 में भारत और श्रीलंका ने संसदीय मैत्री संघ की स्थापना की है, जिसके अध्यक्ष के रूप में श्रीलंका के सत्तारूढ़ दल के सबसे बड़े भाई, मंत्री चमल राजपक्षे हैं।
महत्वपूर्ण तथ्यः यह संघ अतीत में मौजूद था और अगस्त 2020 में चुनी गई वर्तमान संसद के लिए इसे पुनर्जीवित किया जा रहा है।
- श्रीलंका के विदेश मंत्री जीएल पेइरिस ने भारत और श्रीलंका के बीच ‘करीबी सभ्यतागत संबंधों’ का जिक्र किया।
- श्रीलंका को भारत का ‘सबसे बड़ा उपहार’ बौद्ध धर्म था।
- ‘संसद मैत्री संघ’ दोनों देशों के बीच बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को विशेष रूप से छः क्षेत्रों में मजबूत करने में मदद करेगा, जिसमें लोकतांत्रिक मूल्यों को साझा करना, साझा चुनौतियों का मुकाबला करने में सहयोग, लोगों से लोगों के बीच संपर्क बढ़ाना, अधिक आर्थिक जुड़ाव को प्रोत्साहित करना, सांस्कृतिक संबंध को मजबूत करना और विकास साझेदारी की उपलब्धि साझा करना शामिल है।
अंतरराष्ट्रीय संबंध
- 1 संक्षिप्त सामयिकी
- 2 वांग यापिंग-स्पेसवॉक करने वाली पहली चीनी महिला अंतरिक्ष यात्री
- 3 ऑस्ट्रेलिया का रिलीजियस डिस्क्रिमिनेशन बिल
- 4 पराग अग्रवाल ट्विटर के नए सीईओ
- 5 भारत-भूटान में व्यापार के लिए सात अतिरिक्त प्रवेश/प्रस्थान स्थल
- 6 वर्ल्ड एक्सपो
- 7 बांग्लादेशी वैज्ञानिक ने जूट सेलूलोज से बनाया सैनिटरी पैड
- 8 बांग्लादेश को विकासशील देशों में शामिल करने का प्रस्ताव पारित
- 9 यूएनएचसीआर मिड-ईयर ट्रेंड रिपोर्ट 2021
- 10 साइबर प्रतिरोध पर भारत-यूके संयुक्त कार्य समूह की पहली बैठक
- 11 फ़र्स्ट मूवर्स कोएलिशन
- 12 भारत को यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के लिए चुना गया
- 13 ग्लोबल ड्रग पॉलिसी इंडेक्स 2021
- 14 वैश्विक स्तर पर तंबाकू उपयोगकर्ताओं में गिरावट
- 15 भारत यूनेस्को के कार्यकारी बोर्ड में फि़र से निर्वाचित
- 16 अफ़गानिस्तान पर दिल्ली घोषणा
- 17 13वां एएसईएम शिखर सम्मेलन