पद्म पुरस्कार 2021
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने 9 नवंबर, 2021 को पद्म पुरस्कार 2021 प्रदान किए।
- वर्ष 2021 के लिए राष्ट्रपति ने 1 जोड़ी पुरस्कार (एक जोड़ी पुरस्कार में 2 व्यक्तियों को दिये जाने वाले पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) सहित 119 पद्म पुरस्कार प्रदान किए।
- इस सूची में 7 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 102 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं।
- पुरस्कार पाने वालों में 29 महिलाएं, विदेशियों या एनआरआई / पीआईओ / ओसीआई श्रेणी के 10 व्यक्ति, 16 मरणोपरांत और 1 ट्रांसजेंडर पुरस्कार विजेता शामिल हैं।
1.पद्म विभूषण
जन सेवाः शिंजो आबे (जापान)
कलाः एसपी बालासुब्रमण्यम (मरणोपरांत) (तमिलनाडु) तथा सुदर्शन साहू (ओडिशा)।
विज्ञान एवं इंजीनियरिंगः नरिंदर सिंह कापनी (मरणोपरांत) (अमेरिका)
चिकित्साः डॉ. बेल्ले मोनप्पा हेगड़े (कर्नाटक)
अन्यः मौलाना वहीदुद्दीन खान (अध्यात्म - दिल्ली) और बी बी लाल (पुरातत्व - दिल्ली)
2.पद्म भूषण
जन सेवाः तरुण गोगोई (मरणोपरांत) (असम), सुमित्र महाजन (मध्य प्रदेश), राम विलास पासवान (मरणोपरांत) (बिहार), केशुभाई पटेल (मरणोपरांत) (गुजरात) तथा तरलोचन सिंह (हरियाणा)।
कलाः कृष्णन नायर शांताकुमारी चित्र (केरल)
साहित्य और शिक्षाः चंद्रशेखर कंबर (कर्नाटक)
सिविल सेवाः नृपेंद्र मिश्र (उत्तर प्रदेश)
व्यापार एवं उद्योगः रजनीकांत देवीदास श्रॉफ (महाराष्ट्र)
अन्यः कल्बे सादिक (मरणोपरांत) (अध्यात्म - उत्तर प्रदेश)
3.महत्वपूर्ण पद्म श्री
जन सेवाः बिजॉय चक्रवर्ती (असम) तथा कर्नल काजी सज्जाद अली जहीर (बांग्लादेश)।
कलाः गुलफाम अहमद (उत्तर प्रदेश), करतार सिंह (पंजाब), भूरी बाई (मध्य प्रदेश), राम स्वामी अन्नावरापु (आंध्र प्रदेश), सुब्बू अरुमुगम (तमिलनाडु), बीरेन कुमार बसाक (पश्चिम बंगाल), पीटर ब्रुक (यूनाइटेड किंगडम), दुलारी देवी (बिहार), हंजबम राधे शर्मी (मणिपुर), वायन डिबिया (इंडोनेशिया), पूर्णमासी जनी (ओडिशा), मंजम्मा जोगती (ट्रांसजेंडर) (कर्नाटक), महेशभाई और नरेशभाई कनोड़िया (जोड़ी) (मरणोपरांत) (गुजरात),
गुलाम रसूल खान (जम्मू और कश्मीर), लाखा खान (राजस्थान), संजीदा खातून (बांग्लादेश), लाजवंती (पंजाब), रामचंद्र मांझी (बिहार), बॉम्बे जयश्री रामनाथ (तमिलनाडु), मैत्यराम रियांग (त्रिपुरा), के सी शिवशंकर (मरणोपरांत) (तमिलनाडु) तथा निदुमोलु सुमति (आंध्र प्रदेश)।
खेलः पी. अनीता (तमिलनाडु), मौमा दास (पश्चिम बंगाल), अंशु जमसेनपा (अरुणाचल प्रदेश), माधवन नांबियार (केरल), सुधा हरि नारायण सिंह (उत्तर प्रदेश), वीरेंद्र सिंह (हरियाणा) तथा के वाई वेंकटेश (कर्नाटक)।
सामाजिक कार्यः लखीमी बरुआ (असम), संगखुमी बुआलछुआक (मिजोरम), जगदीश चौधरी (मरणोपरांत) (उत्तर प्रदेश), छुटनी महतो (झारखण्ड), शांति देवी (ओडिशा), प्रकाश कौर (पंजाब), नीरू कुमार (दिल्ली), बिरुबाला राभा (असम), सिंधुताई सपकाल (महाराष्ट्र), जितेंद्र सिंह शंटी (दिल्ली) तथा गुरु माँ कमली सोरेन (पश्चिम बंगाल)।
व्यापार एवं उद्योगः रजनी बेक्टर (पंजाब), जसवंतीबेन जमनादास पोपट (महाराष्ट्र) तथा पी सुब्रमण्यन (मरणोपरांत) (तमिलनाडु)।
साहित्य और शिक्षाः प्रकाशराव असवादी (आंध्र प्रदेश), श्रीकांत दातर (अमेरिका), रजत कुमार कार (ओडिशा), निकोलस कजानस (ग्रीस), नंदा प्रुस्टी (ओडिशा), बालन पुथेरी (केरल), चमन लाल सप्रू (मरणोपरांत) (जम्मू और कश्मीर), अर्जुन सिंह शेखावत (राजस्थान), राम यत्न शुक्ल (उत्तर प्रदेश), मृदुला सिन्हा (मरणोपरांत) (बिहार), कपिल तिवारी (मध्य प्रदेश), फादर वालेस (मरणोपरांत) (स्पेन) तथा उषा यादव (उत्तर प्रदेश)।
चिकित्साः डॉ. रतन लाल मित्तल (पंजाब), डॉ. चंद्रकांत संभाजी पांडव (दिल्ली), डॉ. जे एन पांडे (मरणोपरांत) (दिल्ली), डॉ. कृष्ण मोहन पथी (ओडिशा), अशोक कुमार साहू (उत्तर प्रदेश), डॉ. भूपेंद्र कुमार सिंह संजय (उत्तराखंड), डॉ. दिलीप कुमार सिंह (बिहार), डॉ. तिरुवेंगदम वीरराघवन (मरणोपरांत) (तमिलनाडु)।
विज्ञान एवं इंजीनियरिंगः रतन लाल (अमेरिका)
अन्यः अली मानिकफन (जमीनी स्तर पर नवाचार - लक्षद्वीप), नानाद्रो बी मारक (कृषि - मेघालय), पप्पम्मल (कृषि - तमिलनाडु), प्रेमचंद शर्मा (कृषि - उत्तराखंड) तथा चंद्रशेखर सिंह (कृषि - उत्तर प्रदेश)।
पृष्ठभूमिः पद्म पुरस्कार (पद्म विभूषण) को वर्ष 1954 में स्थापित किया गया था। बाद में इन्हें 8 जनवरी, 1955 को राष्ट्रपति भवन की अधिसूचना के माध्यम से पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री तीन अलग-अलग पुरस्कारों में पुनर्वर्गीकृत किया गया था।
- यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाता है, अर्थात् असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए ‘पद्म विभूषण’; उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा के लिए ‘पद्म भूषण’; तथा विशिष्ट सेवा के लिए ‘पद्म श्री’।
- पद्म पुरस्कार विभिन्न विषयों/ गतिविधियों के क्षेत्रों, अर्थात - कला, सामाजिक कार्य, जनसेवा, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि में दिए जाते हैं।
राष्ट्रीय परिदृश्य
- 1 संक्षिप्त सामयिकी
- 2 पद्म पुरस्कार 2020
- 3 इंप्रफ्रास्ट्रक्चर फ़ॉर रेजिलिएंट आइलैंड स्टेट्स
- 4 केंद्र ने पांच साल के लिए बढ़ाया इस्लामिक रिसर्च फ़ाउंडेशन पर प्रतिबंध
- 5 ‘टेली-लॉ ऑन व्हील्स’ अभियान
- 6 फि़ल्म पर्यटन संगोष्ठी
- 7 दिव्यांगता के मुद्दों पर अधिकारियों को किया जाएगा संवेदनशील
- 8 पोस्टमार्टम प्रक्रिया के लिए नया प्रोटोकॉल
- 9 सफ़ाईमित्र सुरक्षा चैलेंज
- 10 स्कूलों के लिए भाषा संगम पहल
- 11 जनजातीय गौरव दिवस
- 12 सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना
- 13 राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने विधिक सेवा दिवस मनाया
- 14 स्टार्ट-अप ग्राम उद्यमिता कार्यक्रम
- 15 वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के लिए सड़क संपर्क परियोजना
- 16 सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय प्रमुखों का अब पांच साल का कार्यकाल
- 17 मनरेगा के तहत 2 लाख ग्राम पंचायतों के लिए जीआईएस योजनाओं को पूरा किया गया
- 18 बच्चों के अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा ऑडिट की मांग
- 19 रानी कमलापति रेलवे स्टेशन
- 20 आयुष्मान सीएपीएफ़ योजना
- 21 अधिकांश बच्चों के लिए दूरस्थ शिक्षा दुर्गम
- 22 पेसा अधिनियम 1996 के प्रावधानों पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन
- 23 यूएनडब्ल्यूटीओ द्वारा पोचमपल्ली सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के रूप में चयनित
- 24 गंगा उत्सव 2021
- 25 प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत 3.61 लाख घरों के निर्माण को मंजूरी
- 26 रानी गाइदिन्ल्यू आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय
- 27 21वीं सदी के लिए प्रायोगिक शिक्षा कार्यक्रम
- 28 फ़ार्मा क्षेत्र पर सीसीआई का बाजार अध्ययन
- 29 स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021
- 30 राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021
- 31 श्रीनगर यूनेस्को के रचनात्मक शहरों के नेटवर्क में शामिल
- 32 शिक्षा की वार्षिक स्थिति रिपोर्ट (ग्रामीण) 2021
- 33 एसडीजी शहरी सूचकांक 2021-22