राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर

गुजरात के लोथल में ऐतिहासिक सिंधु घाटी सभ्यता क्षेत्र में पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रलय द्वारा ‘राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर’ (National Maritime Heritage Complex: NMHC) का निर्माण किया जा रहा है।

उद्देश्यः भारत के समृद्ध समुद्री इतिहास का प्रदर्शन करना।

  • 3,500 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जाने वाले इस परिसर में सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर वर्तमान समय तक के भारत के समृद्ध समुद्री इतिहास का प्रदर्शन किया जाएगा।
  • यह भारत में अपनी तरह का पहला परिसर है, जिसमें भारत की समृद्ध और विविध समुद्री विरासत का प्रदर्शन किया जाएगा।
  • इसे विभिन्न चरणों में बनाया जायेगा। एनएमएचसी चरण-1, का निर्माण कार्य मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके 5 दीर्घाओं (गैलरी) के लिए संकल्पना डिजाइन और योजना निम्नलिखित रूप में तैयार की गई है।

गैलरी-1

अनुकूलनता (ओरिएन्टेशन) और महासागरीय पौराणिक कथाएं

गैलरी-2

हड़प्पावासीः पथ प्रदर्शक नाविक

गैलरी-3

हड़प्पा के बाद की ट्रजेक्टरी (प्रक्षेप पथ) : जलवायु परिवर्तन का प्रभाव

गैलरी-4

ग्रीको-रोमन दुनिया के साथ भारत का संपर्क

गैलरी-5

विशेष प्रदर्शनियां

GK फ़ैक्ट

  • हड़प्पा बंदरगाह शहर लोथल के पुरातात्विक अवशेष खंभात की खाड़ी में साबरमती की एक सहायक भोगवा नदी के किनारे स्थित है। यह साइट 2400 ईसा पूर्व से 1600 ईसा पूर्व के बीच हड़प्पा संस्कृति को प्रभावित करती है।

राष्ट्रीय परिदृश्य