​मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा

घोषणाः 10 दिसम्बर, 1948 को।, घोषणाकर्ताः संयुक्त राष्ट्र।

उद्देश्यः मानवाधिकारों के अनुच्छेद 25 के अनुसार, प्रत्येक व्यत्तिफ़ को जन्म के साथ ही स्वस्थ्य, सुरक्षित जीवन के लिये भोजन, कपड़ा, मकान, चिकित्सा सुविधा और आवश्यक सामाजिक सेवाओं का अधिकार प्रदान करना। आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों के संबंध में अन्तरराष्ट्रीय सहमति।

  • 1990 के दशक के अन्तिम वर्षों के आरंभ में वैश्विक स्तर पर खाद्य अधिकारों का कार्य, वर्ष 1996 में रोम में आयोजित विश्व खाद्य शिखर सम्मेलन के अधिदेश पर केन्द्रित था।
  • 1999 में समिति ने की कि ‘‘आधारभूत रूप से, भूख एवं कुपोषण की समस्या का मूल कारण खाद्य का अभाव नहीं है अपितु उपलब्धा खाद्य तक पहुंच का अभाव है, जो विश्व की जनसंख्या के बड़े भाग की निर्धनता के कारण है।’
  • मानवाधिकारों के दस्तावेज में अनुच्छेद 11 के तहत प्रत्येक हस्ताक्षरकर्ता देश अपने यहां हर व्यक्ति को जीवन की बुनियादी जरूरतें- भोजन, कपड़ा और मकान के अधिकार दिलाने की जिम्मेदारी निभायेंगे।